जदयू नेता आरसीपी सिंह ने शरद यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है उन्हें कुछ भी बोलने से पहले सोच लेना चाहिए। शरद ने कहा था बिहार में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने शरद यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि शरद यादव को बोलने से पहले सोचना चाहिए कि वह किसके साथ खड़े हैं? वो तो खुद भ्रष्टाचार में सजायाफ्ता लोगों के साथ खड़े हैं। खुद में झांक कर देखते नहीं और अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं।
अपने चार दिवसीय बिहार यात्रा पर पटना पहुंचे जदयू के बागी शरद यादव ने कहा कि बिहार में अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली स्थिति है। आरसीपी ने कहा कि शरद यादव वह दिन भूल गए जब वह अपने लोकसभा चुनाव के दौरान गिनती में हुई धांधली के खिलाफ धरना पर बैठे थे। दोबारा गिनती में वह चुनाव जीत गए थे। उस समय कौन सा राज था?
जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में आरसीपी सिंह ने ये बातें कहीं। आरसीपी सिंह ने कहा कि शरद यादव यह बता सकते हैैं कि ऐसा कोई अपराधी है क्या जिसे छुड़ाने या बचाने के लिए नीतीश कुमार ने कभी कोई पैरवी की हो?
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता यह जानती है कि बिहार में शरद यादव का कोई आधार नहीं। वह कभी जदयू तो कभी लालू प्रसाद के सहारे बिहार आते हैं और यहां घूमते रहे हैैं। उनकी बिहार में अपनी क्या पहचान है? जदयू तो उन्हें ढो रहा था।
शरद पर चुटकी लेते हुए आरसीपी ने कहा कि बिहार में अब अंधेरा कहां है? शरद यादव को यह पता कर लेना चाहिए कि बिहार में 2005 में बिजली की क्या स्थिति थी? अभी बिहार में 4200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी पर शरद यादव को कुछ समझ ही नहीं है। राज्य सभा में जब जदयू को इस विषय पर बोलने के लिए अठारह मिनट का समय मिला तो डेढ़ से दो मिनट में उन्होंने अपना संबोधन खत्म कर दिया। शरद यादव पर कार्रवाई के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जदयू ने तो उन पर सीधी कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने तो उनके दावे को भी खारिज कर दिया है।
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